छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के महाराष्ट्र अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने आरोप लगाया है कि हिंदी फिल्म "हम दो हमारे बारह", जिसका नाम बदलकर "हमारे बारह" रखा गया है, एक विशेष समुदाय को निशाना बनाती है।

अन्नू कपूर और पार्थ समथान अभिनीत यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसके निर्माताओं के अनुसार, इसके खिलाफ याचिका दायर होने के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने रिलीज पर रोक लगा दी है।

औरंगाबाद के पूर्व सांसद जलील ने गुरुवार रात एक वीडियो बयान में फिल्म पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने आरोप लगाया, "फिल्म 'हम दो हमारे बारह' में एक खास समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। यह फिल्म मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि विवाद पैदा कर पैसा कमाने के लिए बनाई गई है।"

एआईएमआईएम नेता ने आगे कहा, सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी फिल्म में किसी भी समुदाय का मजाक न उड़ाया जाए और ऐसी फिल्में समाज के लिए अच्छी नहीं हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां कहा कि पुलिस उन सिनेमाघरों को सुरक्षा प्रदान करेगी जहां फिल्म प्रदर्शित की जाएगी, लेकिन इसकी रिलीज टाल दी गई है।

हालाँकि, जलील ने पुलिस के रुख की आलोचना करते हुए पूछा कि क्या सिनेमाघरों को सुरक्षा प्रदान करना ही उनका एकमात्र काम है।

कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा चिंता जताए जाने के बाद कर्नाटक सरकार ने फिल्म की स्क्रीनिंग पर कम से कम दो सप्ताह के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।

निर्माताओं ने पिछले महीने घोषणा की थी कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के निर्देश के अनुसार शीर्षक "हम दो हमारे बारह" से बदलकर "हमारे बारह" कर दिया गया है।