तिरुवनंतपुरम, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार को राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में आधिकारिक तौर पर चार साल के स्नातक कार्यक्रमों की शुरुआत की और कहा कि यह उच्च शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव लाएगा, जो पूरी दुनिया में बड़े बदलावों का गवाह बन रहा है।

उन्होंने कहा कि सीखने के पारंपरिक तरीके बदल गए हैं और उच्च शिक्षा क्षेत्र कौशल विकास, रोजगार प्रशिक्षण और ज्ञान सृजन का क्षेत्र बन रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य में स्नातक कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों को उच्च शिक्षा क्षेत्र में हो रहे बदलावों के अनुसार संशोधित किया गया है, जिसे राज्य में सर्वोच्च प्राथमिकता मिल रही है।

सीएम ने कहा कि नए सुधार राज्य के उच्च शिक्षा क्षेत्र की सामग्री और संरचना में अधिक बदलाव लाएंगे, जो कभी केवल कॉलेज परिसरों से सीखने तक ही सीमित था।

उन्होंने बताया कि नए चार-वर्षीय स्नातक कार्यक्रमों के तहत, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, व्यावहारिक प्रशिक्षण और फ़ील्ड दौरों सहित विभिन्न क्षेत्रों को समान महत्व मिलेगा।

विजयन ने यहां सरकारी महिला कॉलेज में आयोजित एक समारोह में नए कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा समय है जब हमारे ज्ञान और रोजगार क्षेत्रों में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। यह ज्यादातर उच्च शिक्षा क्षेत्र में दिखाई देगा।"

वामपंथी दिग्गज ने आगे बताया कि ज्ञान सृजन और कौशल विकास को समान महत्व देने वाला दोहरा दृष्टिकोण संशोधित पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या का मुख्य आकर्षण होगा।

उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की मुख्य विशेषताओं में से एक यह है कि छात्र अपने पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या को स्वयं डिजाइन कर सकते हैं।

वर्तमान परिवर्तन शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में किये गये हैं। उन्होंने कहा, अगले चरण में मौजूदा कार्यक्रम का पुनर्गठन होना चाहिए।

विजयन ने कहा कि उनकी सरकार पाठ्यक्रम संशोधन और कार्यक्रम सुधार के साथ-साथ बुनियादी ढांचे के विकास को भी समान महत्व दे रही है।

उन्होंने कहा, छात्रों की स्वतंत्रता शैक्षिक सुधारों का मुख्य पहलू है।