हमीरपुर/ऊना (हिमाचल प्रदेश), हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग ने इस सीजन में करीब 9.70 लाख मीट्रिक टन खरीफ फसल पैदा करने का लक्ष्य रखा है।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि कृषि विभाग ने खरीफ सीजन में 368 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि पर मक्का, धान, रागी, दालें और अन्य खाद्यान्न बोने का लक्ष्य रखा है।

मक्के की बुआई का अधिकतम लक्ष्य 272 लाख हेक्टेयर भूमि पर रखा गया है. प्रवक्ता ने बताया कि इसी तरह, खरीफ सीजन में 73 हजार हेक्टेयर में धान, 18 हजार हेक्टेयर में दालें और 12,700 हेक्टेयर में रागी जैसे खाद्यान्न की बुआई की जानी है.

इसके अलावा 87 हजार हेक्टेयर में सब्जी और 3 हजार हेक्टेयर में अदरक की खेती का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन 19 जून तक समय पर बारिश नहीं होने के कारण राज्य में बुआई धीमी रही.

हिमाचल में ज्यादातर खेती बारिश पर निर्भर है लेकिन हर साल कृषि विभाग की ओर से खरीफ सीजन में खाद्यान्न और सब्जियों के उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है.

इस बार विभाग ने खरीफ सीजन में 9.70 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है.

इसमें मक्का फसल का सर्वाधिक उत्पादन लक्ष्य 730 मीट्रिक टन रखा गया है. धान की फसल का उत्पादन लक्ष्य 155 लाख मीट्रिक टन निर्धारित किया गया था.

इसी प्रकार 1 लाख 75 हजार मीट्रिक टन दाल और 13 हजार मीट्रिक टन रागी उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.

इसके अलावा राज्य में 18 लाख 17 हजार मीट्रिक टन सब्जियां और 34 हजार मीट्रिक टन अदरक का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है.

प्रवक्ता को उम्मीद है कि अगर समय पर और पर्याप्त बारिश हुई तो किसान अपनी फसलों के उत्पादन के लिए निर्धारित लक्ष्य हासिल कर सकेंगे.