यह अभूतपूर्व पहल बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) को घर से मतदान कर्मचारियों की उपस्थिति में मतदान करने का विकल्प देती है, साथ ही मतदान की गोपनीयता को भी सावधानी से बनाए रखा जाता है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहा जोशी ने भी शुक्रवार को इसी सुविधा का उपयोग करके अपना वोट डाला।

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, पूरी प्रक्रिया के दौरान राष्ट्रीय राजधानी के सभी संसदीय क्षेत्रों के मतदाताओं का ''शानदार स्वागत'' देखने को मिला।

देश भर में 85 वर्ष से अधिक आयु के 81 लाख से अधिक मतदाता और 90 लाख से अधिक PwD (विकलांग व्यक्ति) मतदाता पंजीकृत हैं।

ईसीआई का कहना है कि यह पहल चुनावी प्रक्रिया की समावेशिता और पहुंच सुनिश्चित करने और लोकतांत्रिक भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।