फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएडीए) के आंकड़ों के मुताबिक, हुंडई ने इस साल जनवरी से जून तक भारत में 272,207 इकाइयां बेचीं, जो 2023 में इसी अवधि में बेची गई 266,760 इकाइयों की तुलना में 2 प्रतिशत अधिक है।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह देश में हुंडई मोटर की पहली छमाही में बिक्री का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

हुंडई मोटर के निवेशक संबंध डेटा से यह भी पता चला है कि हुंडई के भारतीय संयंत्र ने जनवरी से मई तक स्थानीय स्तर पर कुल 259,659 इकाइयां बेचीं।

FADA के अनुसार, पहली छमाही में भारतीय यात्री वाहन बाजार में Hyundai की बाजार हिस्सेदारी 13.8 प्रतिशत रही, जो मारुति सुजुकी के बाद दूसरे स्थान पर रही।

टाटा मोटर्स तीसरे स्थान पर है, उसके बाद टोयोटा मोटर और किआ हैं।

हुंडई ने पिछले कुछ वर्षों में भारत में लगातार हिस्सेदारी में कमी देखी है, जो 2021 में 17 प्रतिशत से बढ़कर 2023 तक 14.1 प्रतिशत हो गई है।

पिछले महीने, कंपनी ने घोषणा की थी कि उसकी भारतीय इकाई ने भारत में आईपीओ के लिए आवेदन किया है क्योंकि वह देश के तेजी से बढ़ते ऑटो बाजार में मजबूत पकड़ बनाना चाहती है।

उद्योग पर्यवेक्षक इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि क्या कंपनी भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के माध्यम से अपनी स्थानीय प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ा सकती है।

भारत कोरियाई ऑटोमोटिव दिग्गज के लिए एक प्रमुख वैश्विक उत्पादन आधार के रूप में कार्य करता है। पिछले साल Hyundai ने भारत में कुल 765,000 वाहनों का उत्पादन किया।