यहां भारत मंडपम में 'ऊर्जा वार्ता 2024' को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "हमारी प्रगति के बावजूद भारत की 26 तलछटी घाटियों में हमारी अधिकांश खोज और उत्पादन क्षमता अभी भी अप्रयुक्त है। हमारे पास प्रचुर मात्रा में भूवैज्ञानिक संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद।"

उन्होंने कहा, "अतीत में हमारे प्रयास ईएंडपी क्षेत्र में जो करने की जरूरत है उससे काफी कम रहे हैं।"

मंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि, अब तक, देश के 10 प्रतिशत तलछटी ब्लॉकों की खोज चल रही है। उन्होंने कहा कि 10वें ओपन एकरेज लाइसेंसिंग प्रोग्राम (ओएएलपी) दौर के पूरा होने के बाद 16 प्रतिशत अन्वेषण के अंतर्गत आ जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार तटस्थ नीतियों के कारण तेल की कीमतों को नियंत्रित करने में सक्षम है।

मंत्री ने रूस से तेल की बढ़ी हुई खरीद का भी जिक्र किया जिससे भारत को ईंधन की कीमतों को नियंत्रण में रखने में मदद मिली है।

मंत्री ने कहा, "वैश्विक उथल-पुथल थी। पश्चिम हमें जो सलाह दे रहा था, हम उसका पालन कर सकते थे और किसी विशेष देश से तेल नहीं लेते और तब तेल की कीमतें बढ़ जातीं।"