कोलकाता, भारत और बांग्लादेश के सीमा रक्षा बलों ने रविवार को वार्षिक समन्वय सम्मेलन के दूसरे दिन घुसपैठ और सीमा विवाद समेत कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि यहां सीमा सुरक्षा बल और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के कर्मियों की उपस्थिति वाले चार दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और दोनों पड़ोसी देशों के बीच सहयोग की भावना को मजबूत करना है।

बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आईजी आयुष मणि तिवारी के नेतृत्व में 14 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल 11 सदस्यीय बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत कर रहा है।

बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिगेडियर जनरल शमीम अहमद, एडीजी, क्षेत्र कमांडर, दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र, जेसोर द्वारा किया जाता है।

बीएसएफ के एक बयान में कहा गया है कि दोनों बलों के बीच सीमा पार अपराध के खिलाफ संयुक्त प्रयासों, सीमा क्षेत्र में लंबित विकास कार्यों और अवैध सीमा पार आवाजाही को रोकने के उपायों सहित आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जा रही है।

इसमें कहा गया है कि वार्ता का उद्देश्य सीमा विवादों को हल करना और सीमा प्रबंधन प्रभावशीलता को बढ़ाना भी है।

बीएसएफ प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के सम्मेलन सुरक्षित और सुरक्षित सीमा वातावरण को बढ़ावा देने, क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

यह बैठक शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में बीएसएफ कर्मियों और बांग्लादेशी पशु तस्करों के बीच गोलीबारी की पृष्ठभूमि में हो रही है।