यह बयान तब आया जब स्वीडिश प्रधान मंत्री उल्फ क्रिस्टरसन, फिनिश राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब, डेनिश प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिकसन, नॉर्वेजियन प्रधान मंत्री जोनास गहर स्टोर, आइसलैंड के प्रधान मंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को यहां आयोजित तीसरे नॉर्डिक-यूक्रेनी शिखर सम्मेलन में भाग लिया।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शिखर सम्मेलन में अपनाए गए संयुक्त बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि नॉर्डिक देश यूक्रेन को नागरिक और सैन्य सहायता प्रदान करना जारी रखेगा।

शिखर सम्मेलन के दौरान, स्वीडन, नॉर्वे और आइसलैंड ने यूक्रेन के साथ सुरक्षा सहयोग के द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें यूक्रेन को सैन्य और वित्तीय सहायता प्रदान करने का वचन दिया गया।

समझौते में यूक्रेन के भविष्य में यूरोपीय संघ और नाटो में शामिल होने के लिए समर्थन भी शामिल है।

डेनमार्क और फ़िनलैंड ने क्रमशः फरवरी और अप्रैल में यूक्रेन के साथ ऐसे समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

स्वीडिश सरकार ने शुक्रवार को जारी एक प्रेस बयान में कहा कि नॉर्डिक देशों से यूक्रेन को अब तक कुल समर्थन 17 बिलियन यूरो (18.4 बिलियन डॉलर) से अधिक हो गया है। (1 यूरो = $1.08)