नई दिल्ली, दूरसंचार नियामक ट्राई ने उन सिम कनेक्शनों के स्वामित्व के हस्तांतरण पर विचार आमंत्रित किए हैं जिनका उपयोग मशीन-टू-मशीन संचार जैसे दूरस्थ रोगी ट्रैकिंग, दूरस्थ निदान उपकरण, निगरानी प्रणालियों से अलर्ट आदि के लिए किया जाता है।

उपभोक्ताओं के मामले में सिम स्वामित्व हस्तांतरित करने का प्रावधान उपलब्ध है लेकिन मशीन-टू-मशीन (एम2एम) संचार के मामले में ऐसे कोई मानदंड नहीं हैं।

ट्राई ने एक बयान में कहा, "भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज 'एम2एम सेक्टर में महत्वपूर्ण सेवाओं से संबंधित मुद्दे और एम2एम सिम के स्वामित्व के हस्तांतरण' पर एक परामर्श पत्र जारी किया है।"

नियामक उन महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों को परिभाषित करने पर भी विचार कर रहा है जिनके लिए सिम स्वामित्व हस्तांतरण की अनुमति दी जानी चाहिए। ट्राई ने टिप्पणी के लिए आखिरी तारीख 22 जुलाई और जवाबी टिप्पणी के लिए 5 अगस्त तय की है।