नई दिल्ली, दिल्ली सरकार के अनुसार, हरियाणा द्वारा शहर के उचित हिस्से का पानी जारी करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन के दूसरे दिन शनिवार को जल मंत्री आतिशी का रक्त शर्करा स्तर 16 यूनिट कम हो गया, जबकि उनका रक्तचाप भी गिर गया।

आतिशी ने शुक्रवार को दक्षिणी दिल्ली के भोगल में 'पानी सत्याग्रह' शुरू किया। उन्होंने दावा किया है कि लगातार गर्मी के बीच हरियाणा ने यमुना के पानी में दिल्ली का हिस्सा घटाकर 513 मिलियन गैलन प्रति दिन (एमजीडी) कर दिया है, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में 28 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

दिल्ली सरकार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि भूख हड़ताल के दूसरे दिन आतिशी का रक्तचाप 119/79 mmHg, रक्त शर्करा 83 mg/d, वजन 65.1 किलोग्राम और ऑक्सीजन स्तर 98 था।

शुक्रवार को उनका रक्तचाप 132/88 mmHg, रक्त शर्करा 99 mg/dL, वजन 65.8 किलोग्राम और ऑक्सीजन स्तर 98 था।

बयान में कहा गया, "डॉक्टरों का कहना है कि रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से गिरावट खतरनाक है अगर भूख हड़ताल जारी रहती है, तो शर्करा का स्तर और कम हो जाएगा और इससे शरीर में कीटोन का स्तर बढ़ सकता है।"

बयान में आतिशी के हवाले से कहा गया, "चाहे हमें कितना भी दर्द सहना पड़े, भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक दिल्ली के लोगों को उनके हिस्से का पानी नहीं मिल जाता।"

दिल्ली पीने के पानी की आपूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा पर निर्भर है।

आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि दिल्ली को रोजाना मिलने वाले 1,005 एमजीडी पानी में से शहर को 613 एमजीडी पानी हरियाणा से मिलना चाहिए। पार्टी ने दावा किया है कि लेकिन राष्ट्रीय राजधानी को हरियाणा से 513 एमजीडी से भी कम पानी मिल रहा है।