हरिद्वार, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन और चेन्नई स्थित एसआरएम सेंटर फॉर क्लिनिकल ट्रायल एंड रिसर्च अब संयुक्त रूप से आयुर्वेदिक दवाओं का क्लिनिकल परीक्षण करेंगे।

इस आशय के लिए दोनों संस्थानों के बीच शुक्रवार को यहां एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

पतंजलि योगपीठ के महासचिव आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यह एमओयू आयुर्वेद के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा।

पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन के प्रमुख अनुराग वार्ष्णेय ने कहा कि इस एमओयू की मदद से दोनों संस्थान मिलकर आयुर्वेदिक दवाओं की प्रभावशीलता को साक्ष्य-आधारित तरीके से दुनिया के सामने पेश करेंगे और विभिन्न बीमारियों के इलाज में उनकी उपयोगिता साबित करेंगे।

डीन-रिसर्च, एसआरएम सीसीटीआर नितिन एम नागरकर ने खुशी व्यक्त की कि समझौता भारत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली को वैश्विक मान्यता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।