ऊना, हिमाचल प्रदेश की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव एम सुधा देवी ने रविवार को कहा कि गर्भवती महिलाओं और दो साल तक के बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की एक परियोजना ऊना जिले में पायलट आधार पर चलाई जाएगी।

यहां एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश महिला और शिशु एकीकृत विकास अध्ययन (विंग्स) परियोजना प्राप्त करने वाला पहला राज्य बन गया है।

अधिकारी ने कहा कि इसे पायलट आधार पर ऊना जिले में लागू किया जाएगा।

सुधा देवी ने कहा कि इस परियोजना के तहत, इन दोनों समूहों को विशेष पौष्टिक आहार प्रदान करने के अलावा ग्रामीण स्तर पर गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ 2 वर्ष तक के बच्चों के पोषण की निगरानी की जाएगी ताकि उनके स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर इस परियोजना के कार्यान्वयन में आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

उन्होंने कहा कि वे न केवल लक्षित आबादी की पहचान करने में मदद करेंगे बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि लक्ष्य हासिल किया जाए और परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए सभी संबंधित विभागों को दिशानिर्देश जारी किए जाएं।